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कैसे बने ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट

वर्तमान समय ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट बनाना एक चमकदार कैरियर है, इस लेख में आज आपको इसी बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी। यह कोर्स मेडिकल से संबंद्ध कोर्स है। इस कोर्स को करने के उपरांत छात्र ऑक्यूपेशनल थेरेपी बन सकते हैं। ऐसे व्यक्ति जिनके मन में सेवा भाव है, उनके लिए यह बेहतर कैरियर विकल्प हो सकता है, क्योंकि इसमें अक्सर ऐसे रोगियों का उपचार किया जाता है, जो मानसिक रूप से अक्षम होते हैं।

वारेन बफे (Warren Buffett) के प्ररेणादायक विचार

Never depend on single income. Make investment to create a second source.
“एकल आय पर निर्भर कभी नहीं रहना चाहिये. दूसरा स्रोत बनाने के लिए निवेश करें। “ 
If you buy things you do not need, soon you will have to sell things you need. 

अल्बर्ट आइंस्टीन (Albert Einstein) के प्रेरणादायक (Motivational) विचार

  • If I were not a physicist, I would probably be a musician. I often think in music. I live my daydreams in music. I see my life in terms of music.
  • अगर मैं एक भौतिक वैज्ञानिक नहीं होता, तो शायद मैं एक संगीतकार होता. मैं अक्सर संगीत में सोचता हूँ. मैं संगीत में सपने देखता हूँ. मैं अपना जीवन संगीत के रूप में देखता हूँ
  • Gravitation is not responsible for people falling in love.
  • प्यार में गिरने वाले लोगों के लिए गुरुत्वाकर्षण ज़िम्मेदार नहीं है
  • Great spirits have always encountered violent opposition from mediocre minds.
  • महान आत्माओं ने हमेशा मामूली सोच वाले लोगों के हिंसक विरोध का सामना किया है।
  • Not everything that can be counted counts, and not everything that counts can be counted.
  • हर वो चीज जो गिनी जा सके मायने नहीं रखतीऔर हर वो चीज जो मायने रखती है वो गिनी नहीं जा सकती।
  • The measure of intelligence is the ability to change.
  • बुद्धिमत्ता की माप बदलने की क्षमता है
  • Not everything that can be counted counts, and not everything that counts can be counted.
  • हर वो चीज जो गिनी जा सके मायने नहीं रखतीऔर हर वो चीज जो मायने रखती है वो गिनी नहीं जा सकती.
  • The world as we have created it is a process of our thinking. It cannot be changed without changing our thinking.
  • ये दुनिया, जैसा हमने इसे बनाया है, हमारी सोच का परिणाम है. इसे बिना हमारी सोच बदले नहीं बदला जा सकता है

डाइटीशियन (dietician) कैरियर का बेहतर विकल्प

एक पुरानी कहावत है कि जैसा खाए ‘अन्न वैसा रहे मन’ एक डाइटीशियन इसी कहावत को चरितार्थ करते हुए कार्य करता है अर्थात एक डाइटीशियन ही आपको बेहतर सलाह दे सकता है कि आपको क्या खाना है, कितना खाना और कैसा कहना है, जिससे आपके तन के साथ-साथ आपका मन भी स्वास्थ्य रहे है। इस पोस्ट में हम आपको यही बताने जा रहे है कि ‘डाइटीशियन’ कौन होता है और डायटीशियन कैसे बना जा सकता है। 

कैरियर का बेहतर अवसर: कॉस्मेटोलॉजी (Cosmetology)

वर्तमान समय में युवा पढ़ी में सुंदर दिखाने का काफी क्रेज है और लोगों को खूबसूरत बनाने का साइंस ही कॉस्मेटोलॉजी कहलाता है। वर्तमान समय में किसी भी व्यक्ति को खूबसूरत बनाने के लिए विभिन्न प्रकार की वैज्ञानिक थेरेपी का प्रयोग किया जाता है, जिनकी बदौलत किसी भी व्यक्ति का स्वरूप बदला जा सकता है। इसमें बालों से लेकर चेहर तक ब्यूटी ट्रीटमेंट किया जाता है। कॉस्मेटोलॉजी की प्रमुख शाखाओं में हेयर स्टाइलिस्ट, शैम्पू टेक्नीशियन, इस्थेटिशियन, ब्यूटी थेरेपिस्ट, डर्मेटोलॉजी, नेल टेक्नीशियन, इलेक्ट्रोलॉजिस्ट है।

कैसे बने स्पेशल एजूकेटर (Special Educator)

स्पेशल एजुकेटर खासकर शारीरिक रूप से विकलाग, मानसिक रूप से मंद, आटिज्म से पीड़ित बच्चों को अतिरिक्त सहायता देकर सीखने में मदद करते है। सीबीएई ने स्पेशल एजुकेटर की नियुक्ति को अनिवार्य कर दिया है। इस दृष्टि से आने वाले समय में स्पेशल एजुकेटर की मांग तेजी से बढ़ने की संभावना है। इस पोस्ट में हम आपको स्पेशल एजुकेटर कैसे बने इस संबंध में जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं।

डेयरी तकनीक क्षेत्र में कैसे बनाए कैरियर

दुग्ध उत्पादन में भारत का पहला स्थान है, बावजूद इसके भारत में अब भी दूध की काफी कमी बनी हुई है। देश में इसके विकास के लिए सरकार और नीजि स्तर पर भरसक प्रयास किए जा रहे है। इस क्षेत्र का विकास इससे जुड़े पेशेवरों की उपलब्धता से भी जुड़ा हुआ है। इस क्षेत्र में पेशेवरों की मांग अत्यधिक और उसके तुलना में उपलब्धता कम है। जिस कारण इस क्षेत्र में कैरियर की बनाने की चाह रखने वाले के लिए अवसरों की कोई कमी नहीं है। इस पोस्ट में हम आपको डेयरी तकनीक के क्षेत्र में कैरियर के विषय में जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं।

वीडियो एडिटिंग (Video Editing) में बनाए चमकता कैरियर

निरंत बढ़ते टीवी चैनलों और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के चलते आज वीडियो एडिटर की मांग बेहद तेजी से बढ़ रही है। जितनी तेजी से इस क्षेत्र में मांग आ रही है उतनी ही तेजी से इस क्षेत्र में युवाओं को अच्छे पैकेज के आॅफर भी आ रहे है।

साउंड इंजीनियरिंग (Sound Engineering))/तकनीशियन में कैसे कैरियर बनाए

इन दिनों फिल्मों एवं टीवी कार्यक्रमों में साउंड इफेक्ट्स पर अत्यधिक ध्यान दिया जा रहा है और किसी भी फिल्म या टीवी कार्यक्रम में साउंट इफेक्ट्स एक अच्छा साउंड इंजीनियर या तकनीशियन ही डाल सकता है।
अब बात करें की साउंड इंजीनियरिंग क्या होती है। साउंड इंजीनियरिंग एक ऐसी विधा है, जिसमें म्यूजिक, मूवी और थियेटर की रिकाॅडिंग, मिक्सिंग और रिप्रोडक्शन किया जाता है। यह क्षेत्र चुनौती पूर्ण आवश्य है परंतु जितने इसमें पारंगत होते जाते है उतना ही यह रुचिकर लगने लगता है। इसके अंतर्गत म्यूजिक, स्पीच और स्टूडियों साउंड को हाई क्वालिटी का बनाया जाता है। सांडड इफेक्ट के लिए विभिन्न उपकरणों का प्रयोग किया जाता है।

कैसे बनाए डिजिटल मार्केंटिंग (Digital Marketing) में कैरियर

डिजीटल क्रांति के इस आधुनिक युग में, इंटरनेट संचार एवं सूचना प्राप्त करने के सशक्त माध्यम के रूप में उभरा है। इंटरनेट संचार का ऐसा माध्यम है जिसने समुचित विश्व को एक वैश्विक गांव के रूप में परिवर्तित कर दिया है। इंटरनेट के माध्यम से एक क्लिक के द्वारा पलक झपकते ही करोड़ों लोगों तक किसी भी संदेश को प्रसारित किया जा सकता है। इसी कारण इंटरनेट मार्केटिंग का सर्वाधिक प्रभावशाली माध्यम बन चुका है। इस लेख में इंटरनेट से जुड़ी मार्केंटिंग के विषय में जानकारी प्रदान की जा रही है।

स्किल इंडिया मिशन से जुड़कर बनाए कैरियर

कुशल कामगार तैयार करने और युवाओं को हुनरमंद बनाने के उद्देश्य से स्किल इंडिया मिशन शुरू कियागया है। इस मिशन के जरिए युवाओं को शिक्षा के साथ कौशल विकास का भी प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा। वर्तमान दौर में सरकारी नौकरिया तो दूर की कौड़ी बन चुका है। इस उद्देश्य से रोजगार को कैरियर के रूप में अन्यत्र विकल्प तलाशने होंगे।  स्किल इंडिया ऐसा मिशन है, जिसमें युवाओं में कौशल विकास करके रोजगार प्राप्त कर सके।

कैसे बनाए मनोविज्ञान (Psychologist) में कैरियर

मनोविज्ञानिक उपचार दवाइयों के बिना विभिन्न प्रकार के मनोविज्ञान परीक्षण एवं थैरोपियों द्वारा किया जाता है। मनोविज्ञान के माध्यम से मनुष्य की सोच एवं व्यवहार में बदललाव लाकर उसे सही दिशा दी जाती है।

ग्राफिक डिजाइनिंग (Graphic Designing) से दीजिए अपने कैरियर को नई पहचान

यदि आप क्रियटिव है और इस क्षेत्र में कुछ करना चाहते हैं तो आपके लिए ग्राफिक डिजाइनर एक बेहतर विकल्प हो सकता है। वर्तमान समय में ग्राफिक आर्ट का प्रयोग बहुत अधिक किया जा रहा है, इस दृष्टि से इस क्षेत्र में अपार संभावनाए है।

ग्राफिक डिजाइन क्या करते हैं?
एक पुरानी कहावत है जो बात सौ शब्द नहीं कह सकते है, उन्हें एक चित्र के साथ कहा जा सकता है। ग्राफिक डिजाइन काम किसी भी प्रस्तुति को दृश्यात्मक रूप आकर्षक बनाना है। यह ऐसी कला है जिसमें किसी भी संदेश को टेक्सट तथा ग्राफिक के द्वारा प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया जाता है। इस प्रकार का मैसेज ग्राफिक्स, लोगो, ब्रोशर, न्यूज लेटर, पोस्टर या फिर किसी भी रूप में हो सकता है।

अभिभावक मूक-बधिर, पुत्र फ्रांस में बनेगा रिसर्चर

मैंने पहले भी इस ब्लाॅक में कई बार लिखा है कि यदि व्यक्ति में कुछ करने का जज्बा हो तो परिस्थितियां उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकती है। यदि कोई ठान ले कि मुझे कुछ करना है, तो फिर दुनिया की कोई भी ताकत उसे रोक नहीं सकती।

असम छोटे से गांव से निकलकर हिमा (Hima) ने रचा इतिहास

असम छोटे से गांव से निकलकर हिमा ने रचा इतिहास
गर इरादे बुलंद हो और कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो दुनिया की कोई भी ताकत मंजिल पाने से नहीं रोक सकती है। ऐसा ही कुछ ऐथलेटिक्स ट्रेक इंवेट में देश के पहला गोल्ड जीत कर इतिहास रच देने वाली हिमा दास ने कर दिखाया।

Safalataa kyaa hai? (what is success)

safal kaise banaa jaa_e? Yah ek jaṭil prashn hai. Safalataa koii chidiyaa naheen jise jaal mne fnsaa kar pinjare men bnd kar liyaa jaa_e yaa fir safalataa ped par naheen lagatee jise todakar khaa liyaa jaa_e. Safalataa naam hai sngharṣ kaa, yojanaa_on ko amal men laane kaa, prayaason, aashaa_on kaa, dhairy kaa. Kuchh logon ke lie safalataa maatr dhan kamaanaa hai, maatr dhan kamaane ko bhee safalataa naheen maanaa jaa sakataa. Dhan to safalataa kaa puraskaar maatr haiai. Samaaj men aksar aise log bhee dekhe jaa sakate hain, jo dhan-dhaany se sapann hone ke baavajood maanasik roop se sntuṣṭ naheen hai. Dhan-daulat hone par bhee aatmik roop se sntuiṣṭ naheen to aisee dhan-daulat kis kaam kee. Safal hone ke lie dhan ke saath aatmik tripti bhee atiaavashyak hotee hai. Ise hee safalataa kaa naam diyaa jaa sakataa haiai. Safalataa ke lie pratyek vyakti laalaayit rahataa hai, aur ho bhee kyon n safalataa jeevan kaa lakṣy jo hotee hai . Pratyek vyakti ke lie safalataa ke bhinn-bhinn roop ho sakate hain. Koii safal netaa bananaa chaahataa hai, to koii safal abhinetaa, sarakaaree naukaree paanaa chaahataa hai (government job) koii aaii. E. Es adhikaaree (ias officer) bananaa chaahataa hai, koii baink kaa egjaam kliyar (ipbs exam) karanaa chaahataa hai  to koii kisee malṭeeneshanal knpanee kaa prabndhak. Koii safal khilaadee banaanaa chaahataa hai to koii safal gaayak. Kahane kaa taatpary hai, har koii safalataa praapt karanaa chaahataa hai. Asafalataa milane par ham use bhaagy ke matthe maḍh dete hain aur kahate hain ‘mere bhaagy men aisaa hee likhaa thaa. Aisee hee soch use niraashaa aur hataashaa ke gahare kuen me dhakel detee hai. Yahaan bhaagy kee aalochanaa karane kaa makasad naheen hai. Hotaa hogaa bhaagy bhee parntu isakaa yah arth naheen kadaapi naheen kee saaree jindagee bhaagy ko hee kosate hue apane karmon ko n dekhen. Bhaagy hamaare haath mnen naheen to kiyaa huaa safalataa ko driṣṭi men rakhakar karm karanaa to hamaare haath men. Svayn ko hee doṣ kyon n den. Kam hee log aise hote hain jo asafalataa ke lie svayn ke karmon ko kosate hai. Bhagavaan shreekriṣṇa ne geetaa men kahaa hai

Abhipreraṇa (Motivation)

 lakṣy nirdhaaraṇa ke pashchaat safalataa kee dishaa men agalaa kadam hotaa hai abhipreraṇa arthaat moṭiveshan. Lakṣy kaa nirdhaaraṇa hone tathaa usakaa spaṣṭ tathaa saarthak chitraa mastiṣk men sthaapit karane ke pashchaat vyakti ko us lakṣy kee praapti kee dishaa men svayn ko moṭiveṭ karate rahanaa chaahiye. Moṭiveshan nimn teen kaarakon se milakar banaa hai

एक ऐसा शख्स जो अपने पैरों से कार चलता है

मनुष्य के पास यदि साहस हो तो वह कुछ भी करके दिखा सकता इसकी जीती जागती मिशाल है विवेक अग्निहोत्री। सात वर्ष की आयु में ही विक्रम के दोनों हाथ करंट लगने से खराब हो गए थे और उन्हें काटना पड़ता था। हाथ मनुष्य का सहारा होते है और वे ही काट दिए जाए तो समझो उसकी दुनिया की उजड़ गई। दोनों हाथ कटने के बाद भी विक्रम ने हार नहीं मानी थी, परंतु आपको सुनकर हैरानी होगी कि वह हाथ से होने वाले काम पैरों के सहारे कर लेते हैं। वह को तैराकी कर लेते हैं और कार भी चला लेते हैं। उन्होंने रेग्युलर स्कूल में अपनी पढ़ाई पूरी की है। उनके  पास मास्टर डिग्री है और वह मोटिवेशनल स्पीकर होने के साथ ही गैस एजेंसी भी चलाते हैं।

सफलता क्या है? (What is Success)

सफल कैसे बना जाए? यह एक जटिल प्रश्न है। सफलता कोई चिड़िया नहीं जिसे जाल मंे फँसा कर पिंजरे में बंद कर लिया जाए या फिर सफलता पेड़ पर नहीं लगती जिसे तोड़कर खा लिया जाए। सफलता नाम है संघर्ष का, योजनाओं को अमल में लाने का, प्रयासों, आशाओं का, धैर्य का।
कुछ लोगों के लिए सफलता मात्र धन कमाना है, मात्र धन कमाने को भी सफलता नहीं माना जा सकता। धन तो सफलता का पुरस्कार मात्र हैै। समाज में अक्सर ऐसे लोग भी देखे जा सकते हैं, जो धन-धान्य से सपन्न होने के बावजूद मानसिक रूप से संतुष्ट नहीं है। धन-दौलत होने पर भी आत्मिक रूप से संतुिष्ट नहीं तो ऐसी धन-दौलत किस काम की। सफल होने के लिए धन के साथ आत्मिक तृप्ति भी अतिआवश्यक होती है। इसे ही सफलता का नाम दिया जा सकता हैै।

निर्णय लेना सीखें

सफलता एवं निर्णय के बीच निकट का रिश्ता है। आपका निर्णय ही आपकी सफलता का मार्ग प्रशस्त करता है। अधिकतर लोगों के असफल होने का सबसे बड़ा होता है उनका ठीक समय पर ठीक निर्णय न ले पाना। ‘निर्णय’ को निरंतर टालते रहना अपने में सफलता के मार्ग की सबसे बड़ी बाधा बनता है। ठीक समय पर लिया गया निर्णय ही आपको मंजिल तक पहुँचाएगा। 

स्वयं पोर्टल से घर बैठें करें निःशुल्क कोर्सेज

इंटरनेट के इस दौर में पारंपरिक शिक्षा अर्थात स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी से हायर एजुकेशनल डिग्रीज हासिल करने के अलावा भी विद्यार्थी विभिन्...