मनोविज्ञानिक उपचार दवाइयों के बिना विभिन्न प्रकार के मनोविज्ञान परीक्षण एवं थैरोपियों द्वारा किया जाता है। मनोविज्ञान के माध्यम से मनुष्य की सोच एवं व्यवहार में बदललाव लाकर उसे सही दिशा दी जाती है।
वर्तमान समय में बढ़ती महत्वकांक्षाओ, मानसिक अवसाद, बढ़ते मानसिक तनाव और बढ़ती आत्महत्या की घटनाओं के कारण मनोविज्ञानिकों की मांग भी तेजी से बढ़ी है। मनोचिकित्सक ;चेलबीपंजतपेजद्ध एक एमबीबीएस विशेषज्ञ चिकित्स होता है जो दवाईयों के साथ थेरेपी भी देता है इसके विपरीत मनोविज्ञानिक अर्थात साॅइकाॅलाजिस्ट केवल थेरेपी या काउन्सलिंग से ही उपचार करता है।
कोर्स में मात्र किताबी ज्ञान पर ही जोर नहीं दिया जाता है बल्कि छात्रों के व्यवहारिक ज्ञान पर भी जोर दिया जाता है। इंटर्नशिप भी इस कोर्स का हिस्सा होती है जिसमें छात्रों को व्यवहारिक ज्ञान भी अर्जित करना पड़ता है।
मनोविज्ञान से संबंधित कोर्स
कहां से करे मनोविज्ञान संबंधित पाठ्क्रम
देश के विभिन्न विद्यालयों में मनोविज्ञान संबंधित पाठ्यम चलाए जाते है। इग्नू तथा कोटा मुक्त विश्वविद्यालय से इससे संबंधित कोर्स दुरस्थ शिक्षा के माध्यम से भी किए जा सकते हैं। पीजी डिप्लोमा कोर्स भी विभिन्न विश्वविद्यालयों से किए जा सकते हैं।
मनोविज्ञान में संभावना
देश में मनोविज्ञानों की मांग दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। मनोविज्ञान में एम.ए के साथ एम.फिल0 करने के बाद आरसीआई से प्रमाण पत्र प्राप्त करके खुद का क्लिनिक सेंटर खोलकर कैरियर बनाया जा जा सकता है। इसके अलावा सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल्स, क्लीनिको, प्राइवेट इंडस्ट्रीज, रिसर्च आर्गेनाईजेशन, कॉर्पोरेट हाउस, पुनर्वास केंद्रों एवं एनजीओं में काम किया जा सकता है। एम.ए साइकोलाॅजी के साथ गाइडेंस एवं काउंसलिंग में पीजी डिप्लोमा करके किसी भी विद्यालय में काउंसलर के रूप में नौकरी की जा सकता है।
वर्तमान समय में बढ़ती महत्वकांक्षाओ, मानसिक अवसाद, बढ़ते मानसिक तनाव और बढ़ती आत्महत्या की घटनाओं के कारण मनोविज्ञानिकों की मांग भी तेजी से बढ़ी है। मनोचिकित्सक ;चेलबीपंजतपेजद्ध एक एमबीबीएस विशेषज्ञ चिकित्स होता है जो दवाईयों के साथ थेरेपी भी देता है इसके विपरीत मनोविज्ञानिक अर्थात साॅइकाॅलाजिस्ट केवल थेरेपी या काउन्सलिंग से ही उपचार करता है।
कोर्स में मात्र किताबी ज्ञान पर ही जोर नहीं दिया जाता है बल्कि छात्रों के व्यवहारिक ज्ञान पर भी जोर दिया जाता है। इंटर्नशिप भी इस कोर्स का हिस्सा होती है जिसमें छात्रों को व्यवहारिक ज्ञान भी अर्जित करना पड़ता है।
मनोविज्ञान से संबंधित कोर्स
BA
IN APPLIED PSYCHOLOGY – 3 YEARS
BA/BSC
IN PSYCHOLOGY – 3 YEARS
MA/MSC
IN PSYCHOLOGY – 2 YEARS
MPHIL
IN PSYCHOLOGY – 2 YEARS
PGDIPLOMA
IN GUIDANCE AND COUNSELLING – 1 YEAR
PG
DIPLOMA IN COUNSELLING AND BEHAVIOUR MODIFICATION– 1 YEAR
कहां से करे मनोविज्ञान संबंधित पाठ्क्रम
देश के विभिन्न विद्यालयों में मनोविज्ञान संबंधित पाठ्यम चलाए जाते है। इग्नू तथा कोटा मुक्त विश्वविद्यालय से इससे संबंधित कोर्स दुरस्थ शिक्षा के माध्यम से भी किए जा सकते हैं। पीजी डिप्लोमा कोर्स भी विभिन्न विश्वविद्यालयों से किए जा सकते हैं।
मनोविज्ञान में संभावना
देश में मनोविज्ञानों की मांग दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। मनोविज्ञान में एम.ए के साथ एम.फिल0 करने के बाद आरसीआई से प्रमाण पत्र प्राप्त करके खुद का क्लिनिक सेंटर खोलकर कैरियर बनाया जा जा सकता है। इसके अलावा सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल्स, क्लीनिको, प्राइवेट इंडस्ट्रीज, रिसर्च आर्गेनाईजेशन, कॉर्पोरेट हाउस, पुनर्वास केंद्रों एवं एनजीओं में काम किया जा सकता है। एम.ए साइकोलाॅजी के साथ गाइडेंस एवं काउंसलिंग में पीजी डिप्लोमा करके किसी भी विद्यालय में काउंसलर के रूप में नौकरी की जा सकता है।
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