डाइटीशियन (dietician) कैरियर का बेहतर विकल्प

एक पुरानी कहावत है कि जैसा खाए ‘अन्न वैसा रहे मन’ एक डाइटीशियन इसी कहावत को चरितार्थ करते हुए कार्य करता है अर्थात एक डाइटीशियन ही आपको बेहतर सलाह दे सकता है कि आपको क्या खाना है, कितना खाना और कैसा कहना है, जिससे आपके तन के साथ-साथ आपका मन भी स्वास्थ्य रहे है। इस पोस्ट में हम आपको यही बताने जा रहे है कि ‘डाइटीशियन’ कौन होता है और डायटीशियन कैसे बना जा सकता है। 

‘डाइटीशियन’ (Dietician) कौन होता है?
डाइटिशियन ऐसा व्यक्ति होता है, जो वैज्ञानिक तरीकों से यह निर्धारित करता है कि आपका आहार आपके स्वास्थ्य के अनुकूल है या नहीं। यह आपकी आयु, रोग आदि को ध्यान में रखते हुए इस बात तथ्य को निर्धारण करता है कि किस प्रकार का आहार आपको स्वास्थ्य रख सकता है। साथ ही वह यह भी ध्यान रखता हैं कि न्युट्रिशन प्रिंसिपल के अनुरूप आहार को कैसे तैयार किया जाए। इसके अतिरिक्त एक डाइशियन आहार से संबंधित शोध भी करते हैं। डाइटिशियन स्वस्थ्य रहने गुर सिखाने के साथ-साथ समय के अनुरूप फिट रहने का मंत्र भी देता है।  

कौन-से कोर्स करें
बारहवीं कक्षा उत्तीण करने के पश्चात दो वर्ष का न्यूट्रीशियन डिग्री कोर्स किया जा सकता है। परंतु इसके लिए अभ्यर्थी पास बारहवीं में होमसाइंस या विज्ञान होने पर वरीयता दी जाती है। इसके अलावा इसमें बीएससी (होम साइंस), एमएससी (फूड एंड न्यूट्रीशियन) एवं डाइटेटिक्स में भी डिग्रियां की जा सकती है। न्यूट्रीशन, डायटेटिक्स एवं फूड टेक्नोलॉजी में 3 वर्षीय पाठ्यक्रम कई विश्वविद्यालयों में उपलब्ध हैं। दिल्ली के लक्ष्मी बाई कॉलेज, विवेकानन्द कॉलेज, अदिति महिला कॉलेज, भगिनी निवेदिता कॉलेज में फूड टेक्नोलॉजी में बीए (पास) कोर्स भी किया जा सकता है।

कहां से करें कोर्स
डाइशियन से संबंधित कोर्स, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रीशन, लेडी इर्विन कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर, गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर  अविनाशलिंगम् इंस्टीटयूट फॉर होम साइंस, कोयम्बटूर, डॉ. भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय, आगरा, उत्तर प्रदेश, इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी, मैदानगढी, दिल्ली, उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज, इंस्टीट्यूट ऑफ होम इकॉनॉमिक्स, दिल्ली विश्वविद्यालय, बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी, झांसी, उत्तर प्रदेश, श्री पद्मावती महिला विश्वविद्यालय, तिरुपति, मदुरै कामराज विश्वविद्यालय, मदुरै, तमिलनाडु, जी. बी. पंत यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रिकल्चर ऐंड टेक्नोलॉजी, पंतनगर, उत्तराखंड, कानपुर यूनिवर्सिटी, कानपुर, उत्तर प्रदेश, कोलकाता विश्वविद्यालय, कोलकाता, पश्चिम बंगाल, महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय, सतना, मध्यप्रदेश, जैसे संस्थानों से किए जा सकते हैं

रोजगार के अवसर
डाइटीशियन का कार्यक्षेत्र अत्यंत सम्भावनाओं से भरा है। चिकित्सा के क्षेत्र में डाइटीशियन अति महत्वपूर्ण हो गया है। अधिकतर छोटे−बड़े अस्पताल, शिक्षण संस्थान, हॉस्टल, विभिन्न प्रतिष्ठानों की कैन्टीनों, होटलों, फिटनेस सेंटर, फूड प्रोसेसिंग सेंटर, यूनिसेफ तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन, आदि संस्थानों में डायटीशियन की सेवाएं ली जाती हैं। टीवी चैनलों और पत्र−पत्रिकाओं में े आहार संबन्धी जानकारी देने के लिए या तो बाहर से डायटीशियन को बुलाया जाता है या अपने यहा स्थायी रूप से डाइटीशियन रखे जाते हैं।

कितना कमा सकते हैं
कैरियर के प्रारंभ में न्यूनतम वेतन 10 हजार रुपये के लगभग होता है। दो या तीन वर्षो अनुभव के बाद इस क्षेत्र में 25-30 हजार या इससे अधिक की कमायी भी की जा सकती है। 

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