असफलता से कभी न घबराएं

सफलता और असफलता, जीवन के दो पहलू है। कार्य को करने से पहले उसके सफल होने न होने जैसे प्रश्न मस्तिष्क में कौंधते हैं। कुछ लोग असफलता के डर से कार्य प्रारंभ ही नहीं करते और कुछ लोग असफल होने पर उस कार्य से पलायन कर जाते हैं, घबरा जाते है। असफलता उन्हें मानसिक रूप से तोड़ देती है। जिससे उनमे एक प्रकार का भ्रम पैदा हो जाता है। वे अपने जीवन को मात्र उस असफलता तक ही सीमित समझ लेते हैं। 


असफलता से उपजी निराशा जीवन के अन्य पहलुओं के सोचने की शक्ति को क्षीण कर देती है। कई बार तो ऐसा भी देखा जाता है कि असफलता के कारण उपजे मानसिक तनाव के चलते कुछ व्यक्ति अपना मानसिक संतुलतन भी खो बैठते हैं, जो किसी भी दृष्टि से ठीक नहीं कहा जा सकता। आखिर निराशा किस बात की, सदैव आशा के साथ जीओ, कभी निराशा या निराशजनक विचार मन पर हावी होने लगे तो मैथली शरण गुप्त जी की इन पंक्तियों को दोहराओदृ
कुछ काम करो कुछ काम करो,
जग में रह रहे निज नाम करो

यह जन्म हुआ किस अर्थ रहो
समझो जिसमें यह व्यर्थ न हो।
कुछ तो उपयुक्त करो तन को
नर हो न निराश करो मन को ड्डे

संभलो की सुयोग न जाए चला
कब व्यर्थ हुआ सदुपाय भला।
समझो जग को न निरा सपना
पथ आप प्रशस्त करो अपना।
अखिलेश्वर है आलंबन भला
नर हो, न निराश करो मन को ड्ड

जब प्राप्त तुम्हें सब तत्व यहाँ
फिर जा सकता है, सत्व कहाँ।
तुम स्वस्थ सुधा रस पान करो
उठ के अमरत्व विधान करो।
देव रूप रहो भव कानन को
नर हो, न निराश करो मन को ड्ड

निज गौरव का नित ज्ञान रहे
हम भी कुछ है ध्यान रहे।
सब जाए अभी पर मान रहे
मरणोत्तर गुंजित ज्ञान रहे।
कुछ हो न तजो साधन को
नर हो न निराश करो मन को ड्ड
अर्थात मनुष्य होने पर हमें कभी भी अपने मन को निराश नहीं करना चाहिए। इस पृथ्वी पर मनुष्य ही ऐसा प्राणी है जिसके लिए कुछ भी असंभव नहीं। क्या आज से 300-400 वर्ष पूर्व कोई कल्पना भी कर सकता था कि मनुष्य आसमान उड़ सकता है या फिर चांद पर जा सकता है, ये सब तो बस किस्से कहानियों में ही सुनने को मिलता था। पर मनुष्य ने ऐसा कर दिखाया। इसका सबसे बड़ा कारण है मनुष्य में असीम शक्ति और क्षमता का होना। आप भी बहुत कुछ कर सकते हो फिर असफलता से घबराना कैसा। ‘हार गए’ तो क्या हुआ, इस हार ने आपके जीवन को तो सीमित नहीं कर दिया। एक बार पुनः प्रयास करो सफलता आपके कदमों में होगी।
असफलता से कभी भी मत घबराओं उसे सकारात्मक रूप में लो। जैसा की पूर्व अध्याय में बताया गया है ‘जो हुआ अच्छे के लिए हुआ’। इस मानसिकता के साथ कार्य करो। एक बार असफल हुए तो क्या आगे अवश्य ही सफल होंगे। असफलता से घबराने के विपरीत आपको उससे कुछ-न-कुछ सबक लेना चाहिए। जीवन असफलता से सबक लेकर सफलता प्राप्त करने के पुनः संघर्ष करना चाहिए। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति अब्राहिम लिंकन अपने जीवन में कई बार चुनावों में हारे। पर उस हार से वह सबक लेकर पुनः नई स्फूर्ति ओर ऊर्जा के साथ उठ खड़े होते। अंत में उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति का चुनाव लड़ा और उसमें उन्हें जीत दर्ज की। इसी ही प्रकार मान्यवर कांशीरामजी भी चुनावों में हारे। पर उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और बन गए एक दिन बहुजन नायक। आज उनकी बहुजन समाज पार्टी देश के सबसे अधिक जनसंख्या वाले राज्य में अपने दम पर बिना किसी दल की सहायता के सत्ता पर काबिज है। इसका सबसे बड़ा कारण है, मान्यवर कांशीराम जी अपनी असफलता से कभी नहीं हारे। उन्होंने असफलता के बीच से सफलता का रास्ता निकालकर ही दम लिया। अंग्रेजी में एक शब्द होता है ‘बांउस बैक’ करना। जिसने अपनी असफलताओं से बांउस बैक करना सीख लिया वह सफल बन कर ही रहेगा। कंफ्यूशियस ने कहा थाµहमारी कामयाबी कभी न गिरने में नहीं, बल्कि गिरकर खड़े होने और फिर चलने में है।
असफलता का सफलता प्राप्त करने का हथियार बनाना सीखो। मैं क्यों असफल हुआ या कैसे हारा यह छोड़ो सोचा कि अब आप आगे कैसे सफल हो सकते हो। असफलता के बाद ‘बाउंस बैक’ करने का नाम ही सफलता है। जैसा कि हमे ज्ञात है यह पृथ्वी गोल है जो अपनी धुरी पर घूम रही है। उसी से यह दिन और रात बनते है। हर घन-घोर काली रात के पश्चात प्रकाश का आना निश्चित है। इसी प्रकार जीवन चक्र भी अपनी धुरी पर घूम रहा है। कभी ऊपर तो कभी नीचे की तरफ गतिमान है। आज असफलता तो कल सफलता अवश्य ही मिलेगी। जीवन का प्रत्येक विषय एक चक्र के अनुसार गतिमान है। जो ऊपर जाता है, वह नीचे आता है, जो नीचे होता है उसे ऊपर जाना ही होता है। शिखर पर चढ़ने के पश्चात ढलान अवश्य आता है। 
इसे राजनीतिक परिदृश्य के द्वारा भी समझता जा सकता है। सन् 1984 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने इतिहास रचते हुए 450 से अधिक स्थान जीते जो उसका चरम था। उसी चुनाव में भाजपा ने मात्र 2 सीटें जीती। लेकिन परिवर्तन चक्र चला कांग्रेस नीचे आई और भाजपा ऊपर गई सन् 1999 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 182 सीटे जीतकर अपने चरम को प्राप्त किया और कांग्रेस ने हाथ मात्र 114 सीटें ही आईं। जो इतिहास में कांग्रेस का सबसे निम्नतम स्तर था। लेकिन सन् 2009 के लोकसभा चुनावों परिवर्तन का चक्र फिर घूमा कांग्रेस ने ऊपर ओर रुख किया और भाजपा ने नीचे की ओर कांग्रेस को 206 सीटे प्राप्त हुई और भाजपा को 116, इस उदाहरण से साफ है कि जीवन एक चक्र में गतिमान है। सफलता और असफलता उत्थान और पतन इसके साथ ही जुड़े हुए है। 114 स्थान प्राप्त होने पर कांग्रेस ने पुनः वापसी का प्रयास किया और उन्हें सफलता मिली। इसे ही कहते हैं ‘बाउंस बैक’। बस घबराओ मत, हिम्मत मत हारो, हौसला मत तोड़ो। यदि कभी हौसला टूटने भी लगे तो रामधारी सिंह दिनकर की इन पंक्तियों को बार-बार दोहराओµ

वह प्रदीप दीख रहा है, झिलमिल दूर नहीं है
थककर बैठ गए क्यो भाई मंजिल दूर नहीं है।

चिंगारी बन गई लहू की जो बूंद गिरी पग से
चमक रहे पीछे मुड़ देखो चरण चिह्न जगमग से
बाकी होश तभी तक, जब तक चलता तूर नहीं है
थक कर बैठ गए क्यों भाई, मंजिल दूर नहीं

अपनी हड्डी की मशाल से हृदय चीरते तम का
सारी रात चले तुम दुख झेलते कुलिश का।
एक खेय है, शेष किसी विध पार उसे कर जाओ,
वह देखो, उस पार चकमता मंदिर प्रियतम का।
आकर इतना पास फिर, वह सच्चा सूर नहीं है,
थककर बैठ गए क्या भाई मंजिल दूर नहीं है।

दिशा दीप्त हो उठी प्राप्त कर प्रकाश तुम्हारा,
लिखा जा चुका अनल अक्षरों में इतिहास तुम्हारा।
जिस मिट्टी ने लहू पिया, वह फूल खिलाएगी ही,
अम्बर पर घन बन छाएगा ही उच्छवास तुम्हारा।
और अधिक ले जाँच, देवता इतना क्रूर नहीं है,
थककर बैठ गऐ क्यो भाई मंजिल दूर नहीं है।

सोचने के साथ-साथ उस पर अमल भी करो। असफलता के डर को निकाल दो। यह मत सोचो कि इस कार्य को फलां व्यक्ति ने करा था। वह तो असफल हो गया फिर मैं कैसे सफल हो सकता हूँ। यह सोचों कि फलां ने यह कार्य किया था, वह कितना सफल हो गया, मैं भी इसमें अवश्य सफलता प्राप्त करूंगा। सदैव सफल व्यक्तियों का उदाहरण लो कभी असफल व्यक्ति का उदाहरण मत लो। असफल का उदाहरण लेने से आपमें नकारात्मक विचार आएंगे जो आपकी क्षमता एवं आत्मविश्वास को कमजोर कर देंगे। सफल व्यक्तियों का उदाहरण लेने से आपमें सकारात्मक ऊर्जा की संचारण होगा जो आपको आपके लक्ष्य के प्रति प्रेरित करेंगे। जीवन में सफल होने के लिए गांठ बांध लो, सदैव सफलतम व्यक्ति का उदाहरण लेकर ही कार्य का प्रारंभ करो। असफल व्यक्ति की असफलता को छोड़ दो, उस पर ध्यान मत दो। असफलता में सफलता का रहस्य खोजो। देखो आपके जीवन में चमत्कारी परिवर्तन होंगे।

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